सिरोही ब्यूरो लियाकत अली
सिरोही 15 फरवरी। तीस से चालीस साल की अवधि से डाबा भीलवाडा में रह रहे परिवार बिजली के कनेक्शन, राशन कार्ड, सरकारी पेंशन का लाभ, स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय की सुविधा का लाभ इन सबके बावजूद सिरोही नगर परिषद के कारिंदो ने जेसीबी चलाकर इस कदर खदेड दिया कि दस दिन का नवजात शिशु खुले में सडक पर आ गया। इस नवजात के पास उसकी प्रसूता मां के आंचल के अलावा छाया नहीं बची। इसी तरह कई महीनों बिस्तर में पडे गंभीर बीमारी से पीडित 75 वर्षीय सोनाराम भील के सामने खुद की बीमारी, खुद के जीवन के साथ साथ परिवार और टीबी की बीमारी से पीडित पुत्र वीराराम भील के वजन के साथ जमीन पर खडे होने का डर खडा कर दिया।
इससे पूर्व बुधवार की रात को डाबा भीलवाडा के पीडित परिवारों की महिलाओं व पुरुष शिवगंज जाकर पूर्व विधायक संयम लोढा से उनके निवास पर जाकर मिले और उनसे नगर परिषद द्वारा रविवार को उनके मकान तोडे जाने की चेतावनी की बात कही। यह भी कहा कि पुलिस की उपस्थिति में गुरुवार को हटाया जाएगा और नुकसान की कोई जिम्मेदारी नहीं रहेगी। लोढा गुरूवार को नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर से इस संबंध में बात की और उनसे पीडित परिवारों को पहले पुर्नवास सुनिश्चित करने को कहा। लोढा ने उन्हें यह भी बताया कि ऐसी परिस्थितियों में पीडितों के परिवार का स्थायी पुर्नवास का राज्य सरकार ने आदेश जारी कर रखा है। आयुक्त ने लोढा को यह कहा कि वे सबको विश्वास में लेकर काम करेंगे।
इस सबके बावजूद नगर परिषद का जेसीबी डाबा भीलवाडा पहुंच गया तो कांग्रेस पार्षद दल के नेता ईश्वर सिंह डाबी, तलसाराम भील ने लोढा को दूरभाष पर सूचित किया तो लोढा दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर डाबा भीलवाडा पहुंचे और पूरे में घूम घूम कर परिवारों से मिले और उनकी स्थिति की जानकारी ली। मौके पर नगर परिषद के एआरआई सुशील पुरोहित व एसआई प्रवीण माली पहुुंचे। पुरोहित ने अपने मोबाइल से जोधपुर गए परिषद आयुक्त दिलीप माथुर से लोढा की बात करवाई। लोढा ने माथुर से नगर परिषद के अमानवीय व्यवहार पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि हमारी इंसानियत इतनी मर गई है कि पांच दिन के नवजात व उसके मां की भी परवाह नहीं है। हमनें उन्हें तो सडक पर पटका ही है। 75 साल के बिस्तर में पडे बीमार बूढे आदमी को भी हम डरा रहे है।
लोढा ने माथुर से कहा कि यह सब राज्य सरकार के आदेश के विपरित काम कर रहे हो। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने गरीबों व निम्न आय वर्ग के लोगों को मकान देने के लिए राजीव गांधी आवास योजना प्रोजेक्ट का धन दिया था, लेकिन आप नीलामी से पैसा कमाने के लिए उन्हें घर से बेघर कर रहे हो। इन परिवारों को यहां तो इसी जगह भूखंड दिया जाए अन्यथा दूसरी जगह भूखंड देकर इनका पुर्नवास किया जाए।
लोढा ने जिला कलेक्टर संदेश नायक से भी दूरभाष पर बातकर परिषद के अमानवीय जनविरोधी कार्य पर गहरी नाराजगी प्रकट की। लोढा ने उन्हें सम्पूर्ण तथ्यों से अवगत कराया। जिला कलेक्टर ने भरोसा दिया कि वो किसी को बेघर नहीं होने देंगे और प्रभावित परिवारांे को भूखंड दिया जाना सुनिश्चित करेंगे।
इस दौरान मौके पर पार्षद गोपीराम, नैनाराम माली, मारूफ हुसैन, पूर्व पार्षद मोहन मेघवाल, अशोक मेघवाल, बालूराम छीपा, शब्बीर कुरैशी, किशन आदि उपस्थित थे।
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